नेक्स्टजेन GST से उपभोक्ताओं को राहत, PM मोदी बोले- कीमतों में होगा संतुलन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा जीएसटी सुधार जारी रहेंगे, करों में कमी आएगी और लोगों की जेब में बचत बढ़ेगी। रक्षा क्षेत्र में मेड इन इंडिया को बढ़ावा दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (25 सितंबर) को कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत होने के साथ लोगों पर कर का बोझ और कम होगा और जीएसटी में सुधार एक सतत प्रक्रिया है। ग्रेटर नोएडा में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS) का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि हाल के जीएसटी सुधार भारत की विकास कहानी को नई उड़ान देंगे और आम लोगों की बचत बढ़ाएंगे। उन्होंने बताया कि सरकार ने 2017 में जीएसटी लागू कर अप्रत्यक्ष कर प्रणाली में बड़े सुधार किए, जो अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम था, इसके बाद इस साल सितंबर में और सुधार किए गए।
‘जीएसटी सुधार जारी रहेंगे’
प्रधानमंत्री ने कहा, “हम यहीं नहीं रुकने वाले हैं… जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी, कर का बोझ और घटेगा… देशवासियों के आशीर्वाद से जीएसटी सुधार जारी रहेंगे।” उन्होंने सरकार द्वारा किए गए उपायों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सालाना 12 लाख रुपये तक कमाने वाले व्यक्तियों पर कोई आयकर नहीं है और जीएसटी 2.0 सुधार लागू किए गए हैं, जिससे लोगों की जेब में अधिक बचत होगी।
पहले की तुलना में बदलाव
मोदी ने वर्तमान स्थिति की तुलना यूपीए सरकार के समय लागू करों से करते हुए कहा, “2014 से पहले इतने सारे कर थे कि न तो व्यवसाय और न ही परिवार अपने बजट संतुलित कर पाते थे। 2014 में, 1,000 रुपये की शर्ट पर 117 रुपये कर लगता था। 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद यह कर घटकर 50 रुपये रह गया। अब नेक्स्टजेन जीएसटी सुधार के बाद, 1,000 रुपये की शर्ट पर केवल 35 रुपये ही कर देना होगा।”
सशक्त रक्षा क्षेत्र का निर्माण
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश एक सशक्त रक्षा क्षेत्र विकसित कर रहा है, जहां हर घटक ‘मेड इन इंडिया’ का प्रतीक होगा। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में रूस के सहयोग से स्थापित फैक्ट्री में AK-203 राइफल का उत्पादन जल्द शुरू होगा। मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनना चाहिए और अनुसंधान व नवाचार में निवेश बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर वह उत्पाद जो भारत में बनाया जा सकता है, उसे भारत में ही बनाना चाहिए।
वैश्विक निवेश को आमंत्रण
प्रधानमंत्री ने कहा कि भू-राजनीतिक अस्थिरताओं और अनिश्चितताओं के बावजूद भारत की विकास क्षमता निवेशकों के लिए आकर्षक बनी हुई है। उन्होंने वैश्विक निवेशकों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।