PPF, सुकन्या समृद्धि में निवेश करने वालों को मिली राहत, वित्त मंत्रालय ने नहीं की ब्याज दरों में कटौती
5 महीनों में आरबीआई के ब्याज दरों में कटौती करने के फैसले के बावजूद वित्त मंत्रालय ने इस स्कीमों के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है.;
Small Savings Scheme: पब्लिक प्रॉविडेंट फंड, सुकन्या समृद्धि योजना जैसी छोटी बचत योजना में निवेश करने वाले निवेशकों को लिए राहत की खबर है. वित्त मंत्रालय मौजूदा वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर के लिए छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है. पिछले 5 महीनों में आरबीआई के ब्याज दरों में कटौती करने के फैसले के बावजूद वित्त मंत्रालय ने इस स्कीमों के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है.
वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) के आर्थिक मामलों के विभाग ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही जो 1 जुलाई और 30 सितंबर 2025 को खत्म होगी इस अवधि के लिए छोटी बचत योजनाओं (Small Saving Schemes) के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया है और जो ब्याज मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में था वही ब्याज इन योजनाओं पर दूसरी तिमाही में मिलता रहेगा.
मौजूदा समय में पीपीएफ पर 7.1 फीसदी, सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.2 फीसदी ब्याज मिल रहा है. 3 साल की अवधि वाले डिपॉजिट पर 7.1 फीसद, सेविंग डिपॉजिट पर 4 फीसदी, 1 साल की अवधि वाले डिपॉजिट पर 6.9 फीसदी, 2 साल के टाइम डिपॉजिट पर 7 फीसदी, 5 साल के डिपॉजिट पर 7.5 फीसदी ब्याज और 5 साल के रेकरिंग डिपॉजिट पर 6.7 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है. इसके अलावा सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर 8.2 फीसदी, किसान विकास पत्र पर 7.5 फीसदी, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 7.7 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है.
दरअसल आरबीआई ने फरवरी से जून महीने के बीच 3 मॉनिटरी पॉलिसी मीटिंग में 1 फीसदी रेपो रेट में कटौती करने का फैसला किया जिसके बाद सभी बैंक लगातार सेविंग अकाउंट से लेकर एफडी और रेकरिंग डिपॉजिट पर ब्याज दरें घटा रहे हैं. ऐसे में ये माना जा रहा है कि इन छोटी बचत योजनाओं पर भी ब्याज दरें घटाई जा सकती है. लेकिन इस तिमाही के लिए सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है.