ओला संस्थापक भाविश अग्रवाल और कॉमेडियन कुणाल कामरा की बहस, ओला के शेयर में आई गिरावट

ओला की समस्याएं सार्वजनिक विवादों से भी अधिक गहरी हैं - ग्राहक सेवा में संरचनात्मक खामियां, उत्पाद में बार-बार होने वाली खराबी, विश्वसनीयता संबंधी बढ़ती चिंताएं मूलभूत समस्याओं की ओर इशारा करती हैं

Update: 2024-10-07 14:57 GMT

OLA EV Though Time : बिक्री में कमी की मार झेल रही ओला इलेक्ट्रिक को एक और बड़ा झटका लगा है. ये झटका कंपनी के संस्थापक भविष अग्रवाल और स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा के बीच सोशल मीडिया पर हुई बहस के बाद लगा, जब ओला स्कूटर्स खरीदने वाले खरीदार भी सोशल मीडिया पर हुई बहस में कूद पड़े और कंपनी को लेकर अपनी समस्याएं साझा करने लगे. आलम ये रहा कि ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में दोपहर के कारोबार में 9 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई और ये 90.09 रुपये पर आ गया.

ओला के शेयरों में आई भारी गिरावट

आईआईटी स्नातक और ओला कैब्स (अब ओला कंज्यूमर) के सह-संस्थापक भविष अग्रवाल को सोशल मीडिया पर हुई कुणाल कामरा के साथ बहस पर पछतावा हो सकता है, क्योंकि उनके इलेक्ट्रिक वाहन ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में दोपहर के कारोबार में 9 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई और शेयर 90.09 रुपये पर आ गया, जो इन चुनौतियों को हल करने की कंपनी की क्षमता में विश्वास की कमी को दर्शाता है.

ख़राब सर्विस ने बढ़ाई समस्या

दरअसल ओला के लिए समस्या सिर्फ सार्वजनिक विवादों से कहीं अधिक गहरी है, जैसे कस्टमर सर्विस में संरचनात्मक खामियां, उत्पाद में बार-बार होने वाली खराबी और विश्वसनीयता से जुड़ी बढ़ती चिंताएं उन बुनियादी मुद्दों की ओर इशारा करती हैं, जो कंपनी की दीर्घकालिक स्थिरता के लिए खतरा हैं.


'X' पर बहस

भविष अग्रवाल और कुणाल कामरा के बीच टकराव तब शुरू हुआ जब कामरा ने मरम्मत के लिए कतार में खड़े कई स्कूटरों की तस्वीर पोस्ट करके ओला स्कूटरों की स्थिति पर ट्रोल किया. कुणाल कामरा ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उपभोक्ता अधिकार संगठनों को टैग करते हुए सवाल किया कि ''क्या भारतीय उपभोक्ता के पास ऐसी शिकायतों के लिए कोई आवाज़ है.'' इसके साथ ही कुणाल कामरा ने अनुरोध किया कि वे कार्रवाई करें, खासकर उन दिहाड़ी कर्मियों के लिए जिनके पास शहर को कवर करने के लिए स्कूटर के अलावा कोई दूसरा संसाधन नहीं है.



भाविष ने दिया जवाब

कुणाल कामरा द्वारा उठाये गए सवालों पर भाविष अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि यह एक "पेड ट्वीट" था, क्योंकि उन्होंने एक कॉमेडियन के रूप में अपने पेशे का मज़ाक उड़ाया था. अग्रवाल ने कामरा को चुनौती दी कि वे आएं और ओला की सेवा समस्या को ठीक करने में मदद करें, और उन्हें कथित पेड ट्वीट या उनके कॉमेडी शो से मिलने वाली कमाई से ज़्यादा देने का वादा किया.

ग्राहकों की बढ़ती शिकायतें

कामरा ने जवाब देते हुए भाविष अग्रवाल को चुनौती देते हुए कहा कि वे अपने दावों को साबित करें कि उन्होंने ट्वीट के लिए पैसे लिए हैं. उन्होंने पिछले चार महीनों में ओला स्कूटर खरीदने वाले असंतुष्ट ग्राहकों के लिए प्रतिपूर्ति की भी मांग की, उन्होंने कहा कि उन लोगों को जवाबदेही दी जानी चाहिए जो सेवा में देरी के कारण अपने कार्यस्थल तक नहीं पहुंच सके. उन्होंने अग्रवाल के लहजे को अहंकारी और घटिया बताया.

ओला के ग्राहकों की बढ़ रही हैं शिकायतें

ओला कंपनी कई महीनों से ग्राहकों की शिकायतों से निपट रही है. एक रिपोर्ट के अनुसार, ओला को हर महीने औसतन 80,000 से ज़्यादा शिकायतें मिल रही हैं. ग्राहक अधिकतर सॉफ़्टवेयर, खराब बैटरी और सर्विस सेंटर पर खराब सेवा की शिकायत करते हैं. लगातार होने वाली समस्याओं ने न सिर्फ़ ब्रांड की छवि को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि निवेशकों को भी झकझोर दिया है, जिसकी वजह से शेयरों में मौजूदा गिरावट आई है.


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