बिहार की बेटी ने BPSC की परीक्षा क्रैक करके बनी अकाउंट ऑफिसर

बबीता ने बताया कि अनपढ़ होने के बावजूद उनके पिता सुरेंद्र राम उन्हें पढ़ाई के लिए हमेशा प्रोत्साहित करते थे.

Update: 2024-07-06 10:23 GMT

छात्रों की सफलता की कहानियां आए दिन इंटरनेट पर वायरल होती रहती हैं. हाल ही में एक ऐसी ही कहानी ने सबका ध्यान खींचा है. बिहार के मधुबनी के बसैठा गांव की रहने वाली बबीता अकाउंट ऑफिसर बनने वाली अपने इलाके की पहली लड़की बनीं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बबीता के पिता एक दिहाड़ी मजदूर थे जिन्हें बहुत कम वेतन मिलता था. उनके लिए अधिकारी बनना इतना आसान नहीं था. बबीता ने बताया कि अनपढ़ होने के बावजूद उनके पिता सुरेंद्र राम उन्हें पढ़ाई के लिए काफी प्रोत्साहित करते थे. उनके पिता के संघर्ष ने उनका करियर बनाया है. बबीता अब बीपीएससी के लिए क्वालिफाई कर चुकी हैं और अकाउंट ऑफिसर बन गई हैं.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बसैठा गांव पढ़े-लिखे लोगों से भरा है, लेकिन बबीता के गांव में पढ़े-लिखे लोगों की संख्या बहुत कम है. बबीता अपने गांव की एकमात्र लड़की है जिसने 11वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन किया है. बबीता ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उनका बचपन बेहद गरीबी में बीता. परिवार में उनके दो भाई और एक बहन हैं. उसके पिता मजदूरी करते थे. रोज का उन्हें 300 से 500 रुपये मिलते थे. इसी से उनका घर चलता था.

बबीता ने साल 2020 में बीपीएससी परीक्षा की तैयारी और टेस्ट में बैठी. जब उन्होंने इस परीक्षा को पास किया तो उनके पिता और मां को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनकी बेटी किस पद के लिए चुनी गई है. वे अब भी कहते हैं कि उनके पास सरकारी नौकरी है. बबीता के अकाउंट ऑफिसर बनने के बाद उनके घर की स्थिति अब ठीक हो गई है.

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