22 साल की उम्र में Simi Karan बनीं अफसर, IIT से निकलकर बनीं IAS

किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए लगन और मेहनत का कोम्बो चाहिए होता है. फिर ये फर्क नहीं रहता है कि कौन कर रहा है.;

Update: 2025-01-10 06:46 GMT
22 साल की उम्र में Simi Karan बनीं अफसर, IIT से निकलकर बनीं IAS
  • whatsapp icon

Success Story Hingi: UPSC की परीक्षा देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक है. इस परीक्षा को पास करने के लिए अच्छे खासे पढ़ाकू और रट्टा मास्टर फैल हो जाते हैं. लेकिन अपनी इस स्टोरी में हम आपको उस लड़की से आपको रू-ब-रू कराएंगे, जिसने मुंबई जैसे शहर में रहकर और सबसे गौर करने वाली बात की झुग्गी झोपड़ियों में रहकर उसने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी की है और उस एग्जाम को पास भी किया. साथ ही ऑल इंडिया 31वीं रैंक पाकर IAS अधिकारी बनीं. उसकी मेहनत यहीं नहीं थमी. बल्कि वो बेस्ट प्रशिक्षु अधिकारी का खिताब अपने नाम करने में कामयाब रही.

आपको बता दें, हम किस की बात कर रहे हैं, जी हां हम बात कर रहें हैं यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 2019 की टॉपर और 2020 के बैच की आईएएस अधिकारी सिमी करण की. ओडिशा की रहने वाली सिमी आईआईटी बॉम्बे की एक्स छात्रा रही चुकी हैं. अपनी बीटेक को पूरा करने बाद उन्हें मुंबई की झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों को पढ़ाने का मौका मिला था. वो उन बच्चों को पढ़ाना चाहती थीं. जब वो झुग्गी झोपड़ियों में पहुंची को देखा कि बच्चों की हालत बहुत बुरी और मुझे इन बच्चों की मदद करनी चाहिए. ये देखने के बाद उन्होंने सिविल सेवा में जाने का फैसला किया.

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री पाने के बाद उन्होंने से फैसला कर लिया था कि वो आईआईटी बॉम्बे में एडमिशन लेंगी. इंजीनियर बनने का उनका सपना तब बदल गया, जब उन्हें वहां झुग्गी बस्तियों में बच्चों को पढ़ाने का मौका मिला. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया और इस परीक्षा में काफी अच्छे नंबर और रैंक स पास हुई.

Tags:    

Similar News