Success Story: गरीबी में बीता बचपन, मजदूरी करने को मजबूर, IAS बनने के बाद बदली जिंदगी

कड़ी मेहनत, संघर्ष और दूसरों के लिए प्रेरणादायक इस IAS अधिकारी ने 2022 में अपनी आठवीं कोशिश में सफलता पाई और IAS बने. संघर्ष के दिनों में वो सिर्फ 5 से 10 रुपये ही कमा पाते थे.;

Update: 2025-03-26 13:54 GMT

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. हर साल लाखों उम्मीदवार इसे पास करने का सपना देखते हैं, लेकिन कुछ ही लोग अपनी मेहनत और लगन से इस मुकाम तक पहुंच पाते हैं. आज हम आपको IAS राम भजन कुम्हारा की कहानी बता रहे हैं, जिन्होंने आठवें प्रयास में UPSC परीक्षा पास की और IAS अधिकारी बने. उनका ये सफर संघर्ष, मेहनत और दृढ़ संकल्प से भरा हुआ है.

गरीबी में बीता बचपन, मजदूरी करने को मजबूर

राजस्थान के बापी गांव में जन्मे राम भजन कुम्हारा का जीवन शुरू से ही संघर्षपूर्ण रहा. उनका परिवार बहुत गरीब था और वो अपनी मां के साथ मजदूरी करके गुजारा करते थे. उनकी मां भारी-भरकम पत्थर ढोती थीं और राम भजन घंटों पत्थर तोड़ने का काम करते थे. एक समय ऐसा भी था जब राम भजन को दिनभर काम करने के बाद सिर्फ 5 से 10 रुपये मिलते थे, जिससे एक वक्त का खाना भी मुश्किल से नसीब होता था. उनका परिवार बकरी पालन और दूध बेचकर जीवन यापन करता था, लेकिन जब कोरोना महामारी के दौरान उनके पिता की अस्थमा से मृत्यु हो गई, तो परिवार पर भारी संकट आ गया और उन्हें मजदूरी कर घर चलाना पड़ा.

दिल्ली पुलिस से UPSC तक का सफर

भारी मुश्किलों के बावजूद राम भजन ने पढ़ाई नहीं छोड़ी और मेहनत जारी रखी. कुछ सालों की मेहनत के बाद उन्हें दिल्ली पुलिस में नौकरी मिल गई, लेकिन उनका सपना IAS अधिकारी बनने का था, इसलिए उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू की. हालांकि ये सफर आसान नहीं था. राम भजन को लगातार 7 बार असफलता का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. आखिरकार साल 2022 में 8वें प्रयास में उन्होंने UPSC परीक्षा पास की और 667वीं रैंक हासिल की.

IAS बनने के बाद बदली जिंदगी

IAS बनने के बाद राम भजन न सिर्फ अपने परिवार को गरीबी से बाहर निकालने में सफल रहे, बल्कि आज वो लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं. उनका संघर्ष इस बात का उदाहरण है कि अगर हौसला मजबूत हो तो कोई भी मुश्किल आपको रोक नहीं सकती. राम भजन की कहानी हमें सिखाती है कि मेहनत और दृढ़ संकल्प से किसी भी परिस्थिति को बदला जा सकता है.

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