Success Story: कभी मां के साथ बेचा करते थे चूड़ियां, आज हैं IAS अधिकारी
ये कहानी है IAS रमेश घोलप की, जो महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के एक छोटे से गांव में साइकिल मरम्मत की दुकान चलाने वाले के बेटे हैं. उन्होंने बिना किसी कोचिंग के UPSC परीक्षा पास की और सभी मुश्किलों को हराकर IAS अधिकारी बने.;
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है. हर साल लाखों उम्मीदवार इसे पास करने का सपना देखते हैं, लेकिन कुछ ही लोग इस कठिन चुनौती को पार कर पाते हैं. आज हम आपको ऐसे ही एक प्रेरणादायक शख्स IAS रमेश घोलप की कहानी बता रहे हैं, जिन्होंने गरीबी, शारीरिक विकलांगता और संसाधनों की कमी के बावजूद अपनी मेहनत से UPSC पास किया और IAS अधिकारी बने.
कौन हैं IAS रमेश घोलप?
रमेश घोलप महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के महागांव गांव में जन्मे थे. उनके पिता गोरख घोलप गांव में साइकिल रिपेयर की दुकान चलाते थे, जिससे घर का खर्चा बड़ी मुश्किल से चलता था. गरीबी की मार झेल रहे इस परिवार के लिए तब हालात और बिगड़ गए जब रमेश के पिता की शराब की लत की वजह से मृत्यु हो गई. पिता की मृत्यु के बाद रमेश और उनके भाई ने अपनी मां विमला के साथ चूड़ियां बेचनी शुरू कीं ताकि परिवार का गुजारा हो सके. इन कठिनाइयों के बीच रमेश को पोलियो भी हो गया, जिससे उनका बायां पैर प्रभावित हुआ, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और पढ़ाई जारी रखी.
शिक्षा और UPSC की ओर पहला कदम
रमेश ने शिक्षा में डिप्लोमा और फिर ओपन यूनिवर्सिटी से बीए की डिग्री प्राप्त की. साल 2009 में उन्होंने बतौर शिक्षक काम करना शुरू किया. इसी दौरान, एक तहसीलदार से मुलाकात ने उनके मन में एक नया जोश भर दिया और उन्होंने IAS अधिकारी बनने का सपना देखा. इस सपने को पूरा करने के लिए रमेश ने अपनी शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और पूरी तरह से UPSC की तैयारी में जुट गए. उनकी मां ने मुश्किल हालातों के बावजूद थोड़ी बहुत रकम इकट्ठा कर उनके सपने को पूरा करने में मदद की.
पहला प्रयास असफल लेकिन हार नहीं मानी
रमेश पुणे चले गए और बिना किसी कोचिंग के छह महीने तक खुद से पढ़ाई की. साल 2010 में उन्होंने पहली बार UPSC परीक्षा दी, लेकिन असफल रहे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और और भी ज्यादा मेहनत से तैयारी शुरू कर दी. लगातार कठिन परिश्रम और मेहनत के बाद रमेश ने साल 2012 में UPSC परीक्षा पास कर ली और 287वीं रैंक हासिल की. उन्होंने हैंडीकैप्ड कैटेगरी में ये सफलता पाई.
आज कहां हैं IAS रमेश घोलप?
आज रमेश घोलप झारखंड ऊर्जा विभाग में संयुक्त सचिव (Joint Secretary in Jharkhand Energy Department) के पद पर कार्यरत हैं. उनकी सफलता की कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो बिना किसी महंगी कोचिंग के सिर्फ कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर UPSC पास करना चाहते हैं. रमेश की कहानी हमें सिखाती है कि कोई भी बाधा इतनी बड़ी नहीं होती कि उसे पार न किया जा सके, बस मेहनत और लगन की जरूरत होती है.