अभिनेता दर्शन की गिरफ्तारी के बाद सामने आए ये एक्टर्स, कहा- पीड़ित परिवार को मिले न्याय
कन्नड़ स्टार दर्शन की गिरफ़्तारी के एक हफ़्ते बाद फ़िल्म उद्योग आख़िरकार जागा और उसने रेणुकास्वामी हत्याकांड पर प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है.
Renukaswami Murder Case: कन्नड़ फिल्म उद्योग के लिए यह 'देर आए दुरुस्त आए' वाली स्थिति है. कन्नड़ स्टार दर्शन की गिरफ़्तारी के एक हफ़्ते बाद फ़िल्म उद्योग आख़िरकार जागा और उसने वीभत्स रेणुकास्वामी हत्याकांड पर प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है. कर्नाटक पुलिस द्वारा रेणुकास्वामी की जघन्य हत्या के सिलसिले में कन्नड़ फिल्म स्टार दर्शन तोगुदीपा, उनके 'मित्र' पवित्रा गौड़ा और 17 अन्य को गिरफ्तार करने और उनसे पूछताछ करने के बाद दर्शन के कथित असामान्य और क्रूर व्यवहार से जुड़ी और कहानियां सामने आ रही हैं. हालांकि, पुलिस सूत्रों द्वारा लीक की गई इस जानकारी से समाज और कन्नड़ सिनेमा उद्योग अचंभे में है.
प्रतिक्रिया
दर्शन की गिरफ़्तारी के एक हफ़्ते बाद कन्नड़ फ़िल्म इंडस्ट्री अपनी प्रतिक्रिया दे रही है. किच्चा सुदीप से लेकर उपेंद्र तक, शीर्ष कन्नड़ अभिनेताओं ने अब रेणुकास्वामी हत्या मामले में दर्शन की गिरफ़्तारी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. अभिनेत्री राम्या (दिव्या स्पंदना) और मांड्या लोकसभा क्षेत्र की पूर्व सांसद ने सबसे पहले आगे आकर दर्शन विवाद पर निर्भीक प्रतिक्रिया दी. 'दत्ता' (2006) फ़िल्म में दर्शन के साथ काम कर चुकीं राम्या ने कहा कि लोगों को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए. कोई भी कानून से ऊपर नहीं है.
अभिनेता से राजनेता बनीं राम्या ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस घटना के बारे में बात की. उन्होंने पोस्ट में लिखा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।. किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए. आप लोगों को पीटते या मारते हुए नहीं घूमते. एक साधारण शिकायत ही काफी होगी, चाहे आपको लगे कि न्याय मिलेगा या नहीं. राम्या ने चल रहे मामले में पुलिस अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने लिखा कि पुलिस अधिकारियों के लिए प्रशंसा और सम्मान का एक शब्द, अपने कर्तव्य का निर्वहन करना, यह एक धन्यवाद रहित काम है और वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं. मैं उम्मीद करती हूं कि वे राजनीतिक दलों के दबाव में नहीं आएंगे और कानून और न्याय में लोगों का विश्वास बहाल करेंगे.
प्रतिबंध लगाने का कोई मतलब नहीं: सुदीप
घटना पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए एक अन्य प्रमुख अभिनेता सुदीप ने पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग की. अपने सह-कलाकार से जुड़े मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सुदीप ने कहा कि सभी का ध्यान पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने पर होना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति की मौत हो गई है और कानून अपना काम करेगा.
केएफसीसी द्वारा दर्शन पर प्रतिबंध लगाने के दबाव का जवाब देते हुए सुदीप ने कहा कि कन्नड़ फिल्म उद्योग द्वारा ऐसा कदम उठाने का कोई मतलब नहीं है. क्योंकि जब भी फिल्म उद्योग ने इस तरह का कदम उठाया है तो इसका उल्टा असर हुआ है. अगर वह इस मामले में बेदाग निकलते हैं तो उन पर प्रतिबंध लगाने का सवाल ही नहीं उठता है. जेल जाने की स्थिति में उन पर प्रतिबंध लगाने की कोई जरूरत नहीं है. हाल ही में विवादों में घिरे कन्नड़ सिनेमा पर खेद व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि कन्नड़ फिल्म उद्योग को क्लीन चिट मिलने की जरूरत है.
अभिनेता और कार्यकर्ता चेतन अहिंसा ने एक्स पर लिखा कि अभिनेता दर्शन और उनके साथियों के खिलाफ हत्या के आरोप गंभीर हैं. हमें भरोसा है कि हमारी राज्य पुलिस उचित कार्रवाई करेगी.
निष्पक्ष जांच की मांग
वहीं, रेणुकास्वामी के परिवार के लिए न्याय की मांग करते हुए अभिनेता उपेंद्र ने मामले में पारदर्शी जांच की मांग की. इस हाई-प्रोफाइल मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए उपेंद्र ने कहा कि पीड़ित परिवार के साथ-साथ आम जनता के मन में भी शंक है कि क्या मामले की वास्तविक जांच होगी. एक्स प्लेटफॉर्म पर प्रतिक्रिया देते हुए उपेंद्र ने कहा कि पुलिस को राजनीतिक दबाव के आगे नहीं झुकना चाहिए और मामले में इकट्ठा सूबतों की सुरक्षा में अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए. दर्शन के मामले पर न केवल कर्नाटक, बल्कि पूरे देश की नजर है.
दुविधा में केएफसीसी
द फेडरल से बात करते हुए कर्नाटक फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स (केएफसीसी) के अध्यक्ष एमएन सुरेश ने कहा कि पुलिस जांच पूरी होने के बाद फिल्म निकाय अभिनेता दर्शन पर प्रतिबंध लगाने पर फैसला करेगा. यह हत्या से संबंधित मामला है और एक संवेदनशील मुद्दा है. फिल्म निकाय को फिल्म उद्योग से जुड़े सभी लोगों से परामर्श करना होगा और अंतिम निर्णय लेना होगा. सुरेश ने कहा कि इस जघन्य हत्या की घटना ने कन्नड़ फिल्म उद्योग का सिर शर्म से झुका दिया है.
केएफसीसी के पूर्व अध्यक्ष सा. रा. गोविंदू ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, भले ही व्यक्ति की सामाजिक स्थिति कुछ भी हो. उन्होंने कहा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और कानून की नजर में सभी समान हैं. हालांकि कन्नड़ फिल्म उद्योग दर्शन फिल्मों पर निवेश को लेकर चिंतित है. लेकिन अभिनेता के प्रति कोई सहानुभूति नहीं दिखती. कन्नड़ फिल्म उद्योग का मानना है कि अभिनेता दर्शन के प्रशंसक रेणुकास्वामी की हत्या से कन्नड़ सिनेमा की छवि को नुकसान पहुंचा है.