शोले के 50 साल: अमिताभ ने सुनाया धर्म पाजी का मजेदार किस्सा
शोले के 50 साल पूरे होने पर अमिताभ बच्चन ने धर्मेंद्र संग शूटिंग के मजेदार किस्से साझा किए, जिसमें सेट पर सोना और ऑटो-रिक्शा वाली घटना शामिल रही.;
भारतीय सिनेमा की सबसे यादगार और आइकॉनिक फिल्मों में से एक, शोले, इस 15 अगस्त को अपनी रिलीज़ के 50 साल पूरे कर रही है. 1975 में रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने हिंदी सिनेमा के इतिहास में कई कीर्तिमान स्थापित किए. अपने दमदार किरदारों, यादगार डायलॉग्स और शानदार संगीत के कारण शोले आज भी दर्शकों के दिलों में उतनी ही ताज़ा है जितनी उस दौर में थी. फिल्म के इस सुनहरे अवसर पर, ‘कौन बनेगा करोड़पति 17’ के मंच पर अमिताभ बच्चन ने अपने को-स्टार और दोस्त धर्मेंद्र से जुड़ा एक मजेदार किस्सा साझा किया, जिसे सुनकर दर्शक भी हंसी रोक नहीं पाए.
सेट पर ही सो जाते थे ‘धर्म पाजी’
अमिताभ बच्चन ने बताया कि शोले की शूटिंग कई सालों तक चली और फिल्म का सेट बेंगलुरु के पास ‘रामगढ़’ नामक जगह पर लगाया गया था. वहां रात-दिन शूटिंग होती थी. रात की शूटिंग पूरी होने के बाद ज्यादातर क्रू और कलाकार बेंगलुरु स्थित होटल वापस जाते थे, जिसमें करीब डेढ़ घंटे का सफर लगता था. लेकिन धर्मेंद्र, जिन्हें सभी प्यार से ‘धर्म पाजी’ कहते थे, एकदम बिंदास अंदाज में कहते, “तुम लोग चले जाओ, मैं यहीं सो जाऊंगा.” और सचमुच वहीं सेट पर आराम से सो जाते थे.
बिग बी ने हंसते हुए कहा, “धर्म जी को कभी भी कल क्या होगा, इसकी कोई चिंता नहीं रहती थी. वो जिंदगी का हर पल खुलकर जीते थे.”
ऑटो-रिक्शा में रामगढ़ वापसी
अमिताभ बच्चन ने एक और रोचक घटना साझा करते हुए बताया कि एक रात वह और धर्मेंद्र अपनी-अपनी कारों में बेंगलुरु के लिए निकल रहे थे. जैसे ही वे बेंगलुरु से बाहर निकले, आधी रात को उनकी कार बीच रास्ते में खराब हो गई. रात के सन्नाटे में सड़क पर फिल्म के बड़े सितारों को देखकर लोगों की भीड़ जमा हो गई—करीब 30-40 लोग मौके पर पहुंच गए.
भीड़ देखकर धर्मेंद्र ने फौरन कहा, “चलो, गाड़ी से उतरते हैं.” इसके बाद उन्होंने सड़क पर से गुजर रहे एक ऑटो-रिक्शा को रोका और उसमें बैठकर सीधे ‘रामगढ़’ लौट गए. इस वाकये को सुनाकर बिग बी खुद भी मुस्कुराए और दर्शक भी ठहाके लगाने लगे.
शोले का ऐतिहासिक सफर
शोले का स्क्रीनप्ले मशहूर जोड़ी सलीम-जावेद ने लिखा था और फिल्म का संगीत आर.डी. बर्मन ने तैयार किया था. फिल्म में अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी, जया भादुरी, संजीव कुमार और अमजद खान जैसे सितारों ने अपने दमदार अभिनय से किरदारों को अमर कर दिया.
1975 में रिलीज़ हुई शोले ने रिलीज़ के बाद 15 साल तक सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ का रिकॉर्ड तोड़ दिया था. इसके डायलॉग आज भी लोगों की जुबान पर हैं—चाहे वो “कितने आदमी थे?” हो या “बसंती, इन कुत्तों के सामने मत नाचना.”
पचास साल बाद भी, शोले सिर्फ एक फिल्म नहीं बल्कि भारतीय सिनेमा की विरासत है. और अमिताभ बच्चन के इस किस्से ने यह साबित कर दिया कि फिल्म की शूटिंग के पीछे भी उतने ही दिलचस्प और मजेदार पल छिपे हैं, जितने पर्दे पर नजर आते हैं.