Air India Crash: UK मीडिया रिपोर्ट पर भारत का जवाब, शवों की पहचान में नहीं कोई चूक
DNA Identification: रिपोर्ट के अनुसार, लंदन के एक कोरनर (मृत्यु जांच अधिकारी) ने जब परिजनों द्वारा दिए गए DNA सैंपल से शवों की पहचान की पुष्टि करनी चाही, तभी ये गड़बड़ियां उजागर हुईं.;
Air India Crash: एयर इंडिया की फ्लाइट 171 के भयावह हादसे में ब्रिटिश नागरिकों के शवों की पहचान में गड़बड़ी को लेकर उठे सवालों पर भारत सरकार ने बुधवार को प्रतिक्रिया दी. विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह इस मामले को लेकर ब्रिटेन के साथ मिलकर चिंताओं और समस्याओं के समाधान पर काम कर रहा है.
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की बोइंग 787 विमान टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई, जबकि ज़मीन पर मौजूद 19 लोगों की भी जान चली गई. मृतकों में 52 ब्रिटिश नागरिक शामिल थे.
अखबार की रिपोर्ट से खुलासा
ब्रिटेन के अखबार डेली मेल ने मंगलवार को दावा किया था कि दो ब्रिटिश नागरिकों के शवों की पहचान गलत तरीके से की गई और गलत शवों को यूके भेज दिया गया. रिपोर्ट के अनुसार, एक पीड़ित परिवार को बताया गया कि उनके रिश्तेदार की जगह किसी अज्ञात व्यक्ति का शव ताबूत में है, जिससे उन्हें अंतिम संस्कार की योजना रद्द करनी पड़ी. एक अन्य मामले में एक ही ताबूत में दो लोगों के अवशेष रख दिए गए, जिन्हें अंत्येष्टि से पहले अलग किया गया.
भारत का जवाब
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमने यह रिपोर्ट देखी है और जैसे ही हमें यह मामला पता चला, हम ब्रिटिश अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि इस त्रासदी के बाद पीड़ितों की पहचान स्थापित प्रोटोकॉल और तकनीकी मानकों के अनुसार की गई. सभी मृतकों के अवशेषों को पूरी मर्यादा और प्रोफेशनलिज़्म के साथ संभाला गया. जायसवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत इस संवेदनशील मुद्दे पर ब्रिटिश अधिकारियों के साथ मिलकर लगातार काम कर रहा है.
DNA जांच में सामने आई गड़बड़ी
रिपोर्ट के अनुसार, लंदन के एक कोरनर (मृत्यु जांच अधिकारी) ने जब परिजनों द्वारा दिए गए DNA सैंपल से शवों की पहचान की पुष्टि करनी चाही, तभी ये गड़बड़ियां उजागर हुईं. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और ब्रिटेन दोनों देशों में इस गड़बड़ी की उच्च स्तरीय जांच शुरू हो चुकी है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर इस मुद्दे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में उठाने की संभावना है.
प्रधानमंत्री मोदी इन दिनों 23-24 जुलाई को ब्रिटेन और मालदीव की यात्रा पर हैं. इस दौरान उनकी ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और किंग चार्ल्स III से मुलाकात प्रस्तावित है. यात्रा के दौरान भारत-ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर को सबसे अहम माना जा रहा है.