चीन से न्यूयॉर्क पहुंचा कोविड का नया वेरिएंट, हॉन्गकॉन्ग में भी कहर
चीन और हॉन्गकॉन्ग में एक बार फिर कोरोना की लहर ने तेजी पकड़ ली है। इस बार कोविड का नया वेरिएंट NB.1.81 कहर बरपा रहा है। इसके मरीज न्यूयॉर्क में भी मिले हैं;
Covid 2025 New Variant NB.1.81: जैसे ही हम सोचने लगे थे कि कोविड-19 का डर अब बीते कल की बात है, एक नया वेरिएंट चुपचाप हमारी दुनिया में अपनी दस्तक दे गया है, इसे NB.1.81 नाम दिया गया है। यह वेरिएंट अभी चीन और हांगकांग में कहर बरपा रहा है। अस्पताल फिर से भरने लगे हैं, खासकर 65 साल से ऊपर की उम्र वाले लोगों के लिए खतरा बढ़ गया है। और अब, यह वेरिएंट अमेरिका, खासतौर से न्यूयॉर्क सिटी में भी पाया गया है।
कहानी की शुरुआत कहां से हुई?
CDC की रिपोर्ट के मुताबिक, NB.1.81 को पहली बार अमेरिका में मार्च-अप्रैल 2025 के दौरान पहचाना गया — वो भी उन यात्रियों में जो विदेश से लौटे थे। इसके बाद ये वेरिएंट कैलिफोर्निया, वाशिंगटन, वर्जीनिया और न्यूयॉर्क जैसे राज्यों में देखा गया। अब यह ओहायो, रोड आइलैंड और हवाई में भी फैलने लगा है। भले ही केस अभी कम हैं, लेकिन विशेषज्ञ चिंता में हैं। क्योंकि ये वेरिएंट पुराने वेरिएंट्स की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है।
हांगकांग और चीन में क्यों बढ़ी हलचल?
हांगकांग में अस्पतालों में एडमिशन दोगुना हो चुके हैं। खासतौर पर 65 साल से ऊपर के बुजुर्गों में तेज़ी से संक्रमण फैल रहा है। चीन में पिछले एक महीने में कोविड-19 के कारण अस्पताल जाने वाले मरीजों की संख्या दो गुनी हो गई है। हालांकि राहत की बात ये है कि अभी तक ये वेरिएंट लोगों को ज्यादा बीमार नहीं कर रहा, लेकिन इसकी रफ्तार डराने वाली है।
वैक्सीन पर असर? चिंता का कारण यही है
यह नया वेरिएंट उन वेरिएंट्स में से है जो टीकों को चकमा देने की क्षमता रखता है। CDC और WHO की नजरें इस पर टिकी हुई हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि भले ही ये ज्यादा गंभीर लक्षण नहीं दे रहा, लेकिन अगर ये टीकों से बच गया, तो फिर से वैश्विक संकट खड़ा हो सकता है।
क्या भारत को तैयारी करनी चाहिए?
जब एक वेरिएंट न्यूयॉर्क से लेकर बीजिंग तक पहुंच चुका है, तो यह मान लेना चाहिए कि वो किसी भी दिन भारत में भी कदम रख सकता है। हमें टेस्टिंग, ट्रैकिंग और वैक्सीन कवरेज को फिर से मज़बूत करने की ज़रूरत है।
घबराएं नहीं, सतर्क रहें
NB.1.81 कोई सुनामी नहीं है। लेकिन यह एक लहर जरूर है, जो बड़ी हो सकती है। अभी तक यह वेरिएंट गंभीर बीमारी नहीं दे रहा, लेकिन इसकी तेजी से फैलने की क्षमता और वैक्सीन से बच निकलने की आशंका इसे एक संभावित खतरा बनाती है।
आप क्या कर सकते हैं?
लक्षण दिखें तो टेस्ट कराएं
बुजुर्गों और कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों की देखभाल करें
और सबसे ज़रूरी, सूचनाओं पर नज़र रखें , अफवाहों पर नहीं।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता फैलान के उद्देश्य से लिखा गया है। भ्रम या डर फैलाना इसका मकसद नहीं है।