बेंगलुरु में महिला डॉक्टर ने सुनाई फर्जी ओला कैब में कैद होने की डरावनी कहानी

ड्राइवर ने न तो ओटीपी पूछा और न ही ओला ऐप का इस्तेमाल किया और इसके बजाय उसे अपने मैप्स ऐप में अपना गंतव्य दर्ज करने के लिए कहा, यह दावा करते हुए कि उसका आधिकारिक ऐप खराब था.

Update: 2024-11-10 12:57 GMT

Fake Ola Cab : क्या आप सोच सकते हैं कोई ओला कैब की नकली टैक्सी भी चला सकता है. सुनने में अजीब लग रहा है लेकिन बेंगलुरु में एक महिला डॉक्टर ने जो आपबीती सुनाई है और जो आरोप लगाये हैं, उसमें कुछ ऐसा ही दावा किया गया है. महिला डॉक्टर ने ये दावा किया है कि नकली कैब ड्राईवर ओला कैब के लिए रिज़र्व एरिया में पहुंचा और उन्हें पिक किया. लेकिन उसकी कलाई उस समय खुली जब उसने एप में तय किराये से ज्यादा रकम की मांग की. सिर्फ इतना ही नहीं जब महिला डॉक्टर ने कैब रोकने को कहा तो वो चालक बजाये रुकने के लगातार कैब दौड़ाता रहा. महिला डॉक्टर ने सोशल मीडिया साईट पर ये लिखा कि उनके साथ कुछ भी हो सकता था रेप/murder कुछ भी, लेकिन उन्होंने पुलिस को कॉल किया तो वो बच सकीं.


बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एअरपोर्ट की घटना
महिला डॉक्टर निकिता मलिक ने 'X' पर लिखा कि वो दिल्ली से बेंगलुरु आयीं थी. यहाँ एअरपोर्ट पर आने के बाद वो ओला कैब के रिज़र्व एरिया में चली गयीं. एक कैब उनके पास आकर रुकी, जिसमें वो सवार हो गई. उन्होंने ओला पर कैब बुक करायी थी और वो ओला कैब का ही एरिया था, तो उन्होंने ज्यादा सोचा नहीं, क्योंकि कोई और कैब वहां प्रवेश नहीं कर सकती. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी आपबीती बताते हुए @doctorniikii यूजरनेम वाली महिला ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "एक अनजान कैब ड्राइवर ने मुझे लगभग तस्करी/बलात्कार/लूट/हमला कर दिया था, जिसे @BLRAirport ने ओला पिकअप स्टेशन से अंदर आने दिया था और रात 10:30 बजे BLR हवाई अड्डे के टर्मिनल 1 पर खुद को ड्राइवर बताकर बैठाया था. अगर मैंने 112 पर कॉल नहीं किया होता, तो मैं यहां यह टाइप नहीं कर रही होती."

आरक्षण के बावजूद प्रवेश मिला
डॉ निकी ने कहा, "हो सकता है कि उसने यह सब केवल अतिरिक्त पैसों के लिए किया हो, हो सकता है कि उसके इरादे कुछ और बुरे हों, हो सकता है कि वह नशे में था, मुझे नहीं पता." लेकिन सवाल ये है कि जो एरिया सिर्फ और सिर्फ ओला कैब के लिए रिज़र्व है, उसमें कोई और कैब कैसे आ गयी. महिला ने बताया कि शुक्रवार रात 10.30 बजे एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्होंने ओला कैब बुक की. लेकिन, ड्राइवर, जो उसका ड्राइवर नहीं था, उसके पास आया और उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने की पेशकश की. वो कैब में सवार हो गयीं. सबसे पहले उन्हें हैरानी उस समय हुई जब कैब चालक ने OTP नहीं माँगा और न ही ओला ऐप का इस्तेमाल किया. ड्राईवर ने मैप पर गंतव्य स्थान डाला ये कहते हुए कि उसकी एप में कोई दिक्कत आ रही है.
जैसे ही वे एयरपोर्ट से बाहर निकले, ड्राइवर ने अतिरिक्त किराया मांगा. डॉ ने कहा कि किराया 1300 रूपये है लेकिन ड्राईवर ने 1500 रूपये मांगे. वो नहीं माना तो लेडी डोक्टर ने कहा कि मुझे दूसरी कैब में बैठा दो. लेकिन ड्राईवर कार रोकने को तैयार ही नहीं हुआ. महिला को खतरा महसूस हुआ, उसने एयरपोर्ट पिकअप स्टैंड पर वापस जाने के लिए कहा. ड्राइवर ने उसकी दलीलों को नज़रअंदाज़ किया, एक पेट्रोल स्टेशन पर रुका और ईंधन के लिए ₹500 मांगे.

पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया
शांत रहते हुए महिला अपने एक पुरुष मित्र के संपर्क में रही, जिसने उसे 112 पर कॉल करने में मदद की. जब ड्राइवर को पता चला कि उसने अधिकारियों को सूचित कर दिया है, तो उसने उसे हवाई अड्डे पर छोड़ने का फैसला किया. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की, 20 मिनट के भीतर ओला पिकअप स्टैंड पर पहुँची और ड्राइवर को पकड़ लिया, जिसकी बाद में पहचान बसवराज के रूप में हुई.

लेडी डॉक्टर ने कहा मैं भाग्यशाली रही
लेडी डॉक्टर ने कहा, "मैं भाग्यशाली थी कि रात 11 बजे के आसपास बीच में सबसे बुरे हालात से बच गई." इस घटना ने एयरपोर्ट सुरक्षा और राइड-हेलिंग सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर चिंताएँ पैदा कर दी हैं. एक एक्स यूजर ने लिखा, "यह बहुत डरावना है, आपका शिकायत पत्र पढ़ते हुए मेरे रोंगटे खड़े हो रहे हैं." एक अन्य ने टिप्पणी की, "हे भगवान, आशा है कि अब आप ठीक होंगे, मेरे साथ भी कुछ महीने पहले ऐसा ही हुआ था और मैं तब बाहर निकल गया था जब ऐप पर यह नहीं दिखा कि मैं कैब में बैठा था." एक अन्य ने कहा, "@BLRAirport को यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए, हवाई अड्डा शहर से बहुत दूर है और काफी अलग-थलग है. यह बहुत गंभीर हो सकता था."


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