इ पसीना ही भारत बा, शशि थरूर त अंग्रेज बाड़न, भोजपुरिया अंदाज में रवि किशन का जवाब

भोजपुरी के सुपर स्टार रवि किशन एक बार फिर गोरखपुर लोकसभा से किस्मत आजमा रहे हैं.

By :  Lalit Rai
Update: 2024-05-28 11:18 GMT

Ravi Kishan News:  रविकिशन की कई पहचान है, वो भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार, सियासत की पिच पर शानदार बैटिंग और बॉलिंग करने वाले, ओटीटी पर दमदार परफॉर्मेंस देने वाले शख्स हैं. लेकिन यहां हम बात करेंगे कि उनकी सियासी पारी की. पूर्वी यूपी के गोरखपुर लोकसभा सीट से वो दोबारा किस्मत आजमा रहे हैं, उन्हें इंडी गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी काजल निषाद चुनौती पेश कर रही हैं. रविकिशन आमतौर पर भी बोलते बोलते भोजपुरिया अंदाज में अपने विरोधियों की धुनाई करते हैं. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जब कहा कि बीजेपी इस दफा 300 के पार भी नहीं जाने वाली है तो रविकिशन की त्योरी चढ़ गई और निशाना साध दिया.

'शशि थरूर तो अंग्रेज'

रविकिशन ने कहा कि शशि थरूर तो अंग्रेज आदमी हैं, गर्मियों की छुट्टी में हम लोग शिमला और मनाली जाते हैं और वे चुनाव के समय भारत आते हैं. सच तो यह है कि वो ना तो इस देश को ना ही इसके गांव को जानते हैं. वे इस पसीने का मोल भी नहीं जानते.

इस वजह से बोलता भोजपुरी

इसके साथ ही जब मीडियाकर्मियों ने पूछा कि क्या वो दिखावे के लिए भोजपुरी बोलते हैं तो उस सवाल के जवाब में कहा कि वो 2019 से ही बोल रहे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि वो दिखाने के लिए नहीं करते. भोजपुरी इस माटी की पहचान है वही पहचान उनकी है, इस भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की लड़ाई भी लड़ रहे हैं. आम चुनाव 2024  मोदी जी का चुनाव है, पूज्य योगी जी का चुनाव है. जनता का हर एक वोट मोदी जी को जा रहा है वो तो सिर्फ और सिर्फ उनकी आवाज हैं. बता दें कि 2024 के इस चुनाव में इंडी ब्लॉक की तरफ से काजल निषाद कड़ी टक्कर दे रही हैं. गोरखपुर के जातीय समीकरण को देखें तो इंडी ब्लॉक का पलड़ा भारी है. लेकिन गोरक्षनाथ पीठ का मुद्दा प्रभावी हो जाता है. योगी जी के नाम पर समाज का एक धड़ा इकट्ठा होता है. इस मामले में सियासी जानकार कहते हैं कि यह बात सिर्फ और सिर्फ योगी जी के ऊपर लागू होती है. अगर ऐसा नहीं होता तो बीजेपी उम्मीदवार रहे उपेंद्र दत्त शुक्ल की हार नहीं हुई होती.

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