अपने लड़ाकू विमान की मरम्मत के लिए 23 दिन बाद केरल पहुंची ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स की टीम
ब्रिटेन से टीम को लेकर आया RAF विमान वापस लौट जाएगा, जबकि विशेषज्ञ कुछ दिन के लिए यहीं रुकेंगे ताकि विमान की मरम्मत की संभावनाएं जांची जा सकें;
करीब तीन हफ्ते से चल रही अटकलों और अनिश्चितताओं के बाद, यूनाइटेड किंगडम की रॉयल एयर फोर्स की एक विमान मरम्मत विशेषज्ञों की टीम रविवार, 6 जुलाई को दोपहर 12:46 बजे तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची।
यह टीम ग्राउंडेड F-35B लड़ाकू विमान की मरम्मत के लिए भारत आई है, जो 14 जून को तकनीकी खराबी के कारण आपात लैंडिंग के बाद से यहीं खड़ा है।
टीम और फ्लाइट डिटेल्स
यह विशेषज्ञ टीम यू.के. और यू.एस. के लगभग 17 इंजीनियरों की है। यू.एस. स्थित लॉकहीड मार्टिन इस विमान की निर्माता कंपनी है। टीम को लेकर आया RAF विमान वापस लौट जाएगा, जबकि विशेषज्ञ कुछ दिन के लिए यहीं रुकेंगे ताकि विमान की मरम्मत की संभावनाएं जांची जा सकें।
फ्लाइट डिटेल्स के अनुसार
विमान 4 जुलाई को यू.के. के RAF ब्राइज नॉर्टन (ऑक्सफोर्डशायर) से रवाना हुआ, उसी दिन साइप्रस स्थित RAF अक्रोटिरी बेस पहुंचा, फिर 5 जुलाई को सीब इंटरनेशनल एयरपोर्ट (मस्कट) से उड़ान भरकर 6 जुलाई को सुबह तिरुवनंतपुरम पहुंचा।
विकल्पों पर विचार
टीम पहले यह देखने की कोशिश करेगी कि क्या घरेलू टर्मिनल के बे नंबर 4 में विमान की मरम्मत संभव है। अगर ऐसा नहीं हो सका, तो विमान को हवाई अड्डे के हैंगर तक खींचकर ले जाने पर विचार किया जाएगा।
अंतिम विकल्प के रूप में विमान की पूंछ और पंख हटाकर उसे एयरलिफ्ट कर यू.के. या यू.एस. ले जाने पर विचार किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर चर्चा
इस विमान के लगातार ग्राउंडेड रहने से भारत में मीडिया और सोशल मीडिया पर यह एक सनसनीखेज विषय बन गया है। मेम्स और अटकलों की बाढ़ सी आ गई है। हालांकि, यू.के. अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि मरम्मत और सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद यह विमान फिर से सक्रिय सेवा में लौट आएगा।
यह F-35B लड़ाकू विमान भारतीय महासागर में खराब मौसम के चलते आपात लैंडिंग करने पर मजबूर हुआ था। लेकिन इसमें ऐसी तकनीकी समस्याएं थीं जिन्हें चालक दल स्वयं ठीक नहीं कर सका।