लाल किले की प्राचीर से मोदी बोले समय को मोड़ देने का भी यही समय है, सही समय है
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भारत के स्वतंत्रता दिवस पर सभी देश वासियों को शुभकामनाएं और संबोधन देने के लिए अब से कुछ देर बाद प्रधानमंत्री मोदी लाल किला पहुंचेंगे. इस राष्ट्रिय पर्व पर लाल किले की अभेद सुरक्षा की गयी है ताकि परिंदा भी पर न मार सके.
हम 140 करोड़ देशवासियों को याद रखना है परिश्रम में जो तपा है उसने ही तो इतिहास रचा है. जिसने फौलादी चट्टानों को तोडा है उसने ही समय को मोड़ा है. समय को मोड़ देने का भी यही समय है, सही समय है.
50 साल पहले देश में इमरजेंसी लगा कर देश के संविधान की हत्या की गयी थी. हमें भारत के संविधान के प्रति निष्ठा रखते हुए इमरजेंसी के उस काले दौर को भूलना नहीं चाहिए. उसके पीछे शामिल लोगों को भूलना नहं चाहिए.
महाभारत की लडाई में श्री कृष्ण ने अपने सुदर्शन चक्र से सूर्य के प्रकाश को रोक दिया था. तब अर्जुन अपनी प्रतिज्ञा को पूर्ण कर पाए. देश मिशन सुदर्शन चक्र शुरू करेगा. दुश्मन पर हिट बैक करेगा. इस मिशन के लिए हमने मूलभूत बातें तय की है. सुदर्शन चक्र बहुत सटीक था, इसलिए हम इस मिशन में अपने मिशन और ताकत को सटीक बनाने में जुटे हैं.
युद्ध के मैदान में तकनीक हावी हो रही है. हमने जो आज महारथ पायी है, उसके विस्तार की जरुरत है. राष्ट्र के सभी महत्वपूर्ण स्थलों की तकनिकी जरिये से सुरक्षा कवच दिया जाए. किसी भी प्रकार की तकनीक हम पर वार करने आये, हमारी तकनीक उससे मजबूत साबित हो.
देश की डेमोग्राफी को बदलने की साजिश हो रही है. घुसपैठिये भोले भाले आदिवासियों की जमीन पर कब्ज़ा कर रहे हैं. ये बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. डेमोग्राफी बदलाव से देश के लिए संकट पैदा होता है.
हमारा कर्तव्य है कि हम देश में ऐसी हरकतों को स्वीकार न करें. हमने एक हाई पॉवर डेमोग्राफी मिशन की शुरुआत करने का फैसला लिया है. तय समय में इस कार्य को पूरा किया जाएगा.
राष्ट्र की सुरक्षा पर पिछले 11 वर्षों से हमने काम किया है. बदलाव लाये हैं. नक्सालवाद, माओवाद के चलते देश के कई इलाकों में नुक्सान हुआ था. सबसे ज्यादा नुक्सान आदिवासी लोगों को हुआ. कभी 125 जिलों में नक्सलवाद अपनी जड़े जमा चुका था. आज हम इस आंकड़े को 20 पर ले आये हैं. एक जमाना था जब बक्सर को याद करते ही नक्सालवाद माओवाद जहन में आता था, लेकिन आज वहां के बच्चे ओलिंपिक की तयारी कर रहे हैं.
जहाँ पांडु लिपियाँ है, उनको खोज कर आज की तकनीक को इस्तेमाल करते हुए उन्हें संजोया जाए. देश बनता है कोटि कोटि लोगों के पुरुषार्थ से. हर किसी के प्रयास से. हर किसी का योगदान होता है. आज मैं इस बात का ज़िक्र करना चाहता हूँ. आज से 100 साल पहले आरएसएस का जन्म हुआ. 100 साल की राष्ट्र की सेवा, एक गौरव पूर्ण पल है.
100 साल तक माँ भारती के कल्याण का लक्ष्य लेकर के. आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा NGO है. सभी स्वयं सेवकों को नमन.
देश की संस्कृती की रक्षा के लिए गुरु तेग बहादुर जी ने अपना जीवन न्यौछावर कर दिया. ये उनके बलिदान का 350वां वर्ष है.
मोटापे से बचना है. इसलिए मेरा सुझाव है कि खाने का तेल 10 प्रतिशत कम इस्तेमाल करेंगे.
हम देश में खेलो भारत निति को लेकर आये ताकि खेल को बढ़ावा मिले. खेल की व्यवस्था हो या खेल के मैदान, हम खेल के लिए एक इकोसिस्टम तैयार करना चाहते हैं.